Choghadiya
चौघड़िया
क्या है चौघड़िया
चौघड़िया हिंदू कैलेंडर पर आधारित शुभ और अशुभ समय का पता लगाने की प्रणाली है। जो खगोलीय स्थिति के आधार पर दिन के 24 घंटों की दशा बताती है। इसमें प्रतिदिन के लिए दिन, नक्षत्र, योग, तिथि व करण दिये होते हैं। चौघड़िया में 24 घंटों को 16 भागों में विभाजित किया गया है। जिसमें आठ मुहूर्त का संबंध दिन से होता है और आठ मुहूर्त का संबंध रात से। हर मुहूर्त डेढ़ घंटे का होता है। दिन और रात मिलकार एक हफ्ते में 112 मुहूर्त होते हैं। यदि आपको कोई अचानक काम शुरू करना है तो उस अवधि के दौरान शुभ चौघड़िया मुहूर्त का इस्तेमाल करना आपके लिए अच्छा रहेगा ।
चौघड़िया का अर्थ और प्रकार
चौघड़िया का अर्थ चार घड़ी से है जिसमें कुल 96 मिनट होते हैं। हिंदी शब्दों से व्युत्पन्न, चौघड़िया में ‘चै’ का अर्थ चार है और ‘घड़ी’ का अर्थ समय अवधि से है। इसे चतुर्षिका मुहूर्त के रूप में भी जानते हैं। ज्योतिष शास्त्र में चार प्रकार की शुभ चौघड़िया होती हैं और तीन प्रकार की अशुभ चौघड़िया हैं। प्रत्येक चौघड़िया किसी ना किसी कार्य के लिए निर्धारित है। वो इस प्रकार हैं-
- उदवेग चौघड़ियाः उदगेव पहला मुहूर्त चौघड़िया में होता है जो सूर्य ग्रह के द्वारा शासित है।यह समय या घड़ी अशुभ मानी जाती है किंतु अगर आप सरकार से संबंधित कार्य करने जा रहे हैं तो आपको फलदायक परिणाम मिलते हैं।
- लाभ चौघड़ियाः लाभ चौघड़िया बुध ग्रह द्वारा शासित होती है यह दूसरी चौघड़िया है इसे शुभ माना जाता है। किसी शैक्षिक या व्यवसायिक कार्य शुरू करने के लिए यह समय बहुत उपयुक्त माना जाता है।
- चर चौघड़ियाः यह तीसरी चौघड़िया है, चर चौघड़िया शुक्र ग्रह द्वारा शासित होती है जिसे यात्रा के प्रायोजनों के लिए शुभ मुहूर्त माना जाता है।
- रोग चौघड़ियाः चौघड़िया का चौथा मुहूर्त मंगल ग्रह द्वारा शासित होता है। यह अशुभ मुहूर्त है जिसमें आपको शुभ कार्य की शुरुआत नहीं करनी चाहिए और ना ही किसी प्रकार की चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए। इस समय में युद्ध और शत्रु से संघर्ष की संभावना रहती है।
- शुभ चौघड़ियाः शुभ चौघड़िया जैसा कि नाम से स्पष्ट है यह किसी भी कार्य को करने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। शुभ चौघड़िया बृहस्पति ग्रह द्वारा शासित है, इस दौरान विवाह, पूजा, यज्ञ और अन्य धार्मिक गतिविधियों के कार्य होते हैं।
- काल चौघड़ियाः शनि द्वारा शासित काल चौघड़िया अशुभ मानी जाती है। लेकिन धन संचय के लिए इस अवधि को फलदायी समय माना जाता है।
- अमृत चौघड़ियाः चौघड़िया के अंतिम मुहूर्त अमृत चौघड़िया चंद्रमा ग्रह द्वारा शासित होती है। जिसे दिन का सबसे शुभ समय माना जाता है। इस अवधि में आपके द्वारा किया गया कोई भी परिणाम सकारात्मक होता है।
Frequently Asked Questions
The people who prefer to follow today's Choghadiya suggestions should know about the methods of Choghadiya calculation according to the influence of ruling planets. The 1st Muhurta of each day is ruled by the specific Lord of individual weekdays.
An individual planet star rules each weekday. The Moon rules on Monday. So, the beneficial influence of the Moon impacts the first Muhurta of Monday. The ruling planet of Tuesday is Mars. So, the malefic effect of Mars affects the 1st Muhurta of Tuesday. Mercury rules on Wednesday. Naturally, the benefic influences of Mercury impact the first Muhurta of Wednesday. Jupiter rules on Thursday. So, the beneficial effect of Jupiter affects the 1st Muhurta of Thursday. Venus is ruling on Friday. So, the beneficial influence of Venus impacts the first Muhurta of Friday. Saturn is ruling on Saturday. So, the malefic effect of Saturn affects the first Muhurta of Saturday. Sunday is ruled by the Sun. So, the malefic influence of the Sun impacts the first Muhurta of Sunday.
In ancient times, while the entire universe's solar system was evolving, Rahu attempted to eclipse the Sun. So, Rahu is always considered a malefic planet. During Rahu Kaal, Rahu spikes the power of thinking and weakens the mind. So, the malefic influences of Rahu can ruin the auspicious purposes of social rituals and religious activities.
Due to the malefic planetary roles of Rahu, astrologers always check if any Choghadiya Muhurat is overlapping Rahu Kaal or not while they recommend Today's Choghadiya suggestions.
So, if you are following the Panchang of the Hindu calendar to check Choghadiya today, you need to avoid the auspicious Choghadiya if it eventually overlaps the Rahu Kaal. According to Vedic Astrology, Rahu Kaal is not appropriate to start any prosperous ventures, projects or rituals.
While astrologers calculate, they always check if Choghadiya Muhurat is overlapped with Vara Vela, Kala Vela or Kaal Ratri or not. These turn the auspicious Choghadiya Muhurat into inauspicious by the influence of malefic planets, so if the presence of Vara Vela, Kala Vela or Kaal Ratri is observed, the specific Choghadiya Muhurat should be avoided as any rituals or prosperous ventures can not be successful at this time.