हिन्दू कैलेंडर
Festivals 1968
Festivals in January 1968
Festivals in February 1968
2 फ़रवरी 1968 (शुक्रवार) |
विनायक चतुर्थी, गणेश जयन्ती |
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3 फ़रवरी 1968 (शनिवार) |
वसन्त पञ्चमी |
4 फ़रवरी 1968 (रविवार) |
स्कन्द षष्ठी |
5 फ़रवरी 1968 (सोमवार) |
रथ सप्तमी, नर्मदा जयन्ती |
6 फ़रवरी 1968 (मंगलवार) |
भीष्म अष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी |
7 फ़रवरी 1968 (बुधवार) |
मासिक कार्तिगाई |
8 फ़रवरी 1968 (गुरूवार) |
रोहिणी व्रत |
10 फ़रवरी 1968 (शनिवार) |
जया एकादशी, भीष्म द्वादशी |
11 फ़रवरी 1968 (रविवार) |
प्रदोष व्रत |
13 फ़रवरी 1968 (मंगलवार) |
पूर्णिमा उपवास, कुम्भ संक्रान्ति |
14 फ़रवरी 1968 (बुधवार) |
माघ पूर्णिमा, गुरु रविदास जयन्ती, ललिता जयन्ती |
15 फ़रवरी 1968 (गुरूवार) |
फाल्गुन प्रारम्भ *उत्तर, अट्टुकल पोंगल |
17 फ़रवरी 1968 (शनिवार) |
संकष्टी चतुर्थी |
19 फ़रवरी 1968 (सोमवार) |
यशोदा जयन्ती |
20 फ़रवरी 1968 (मंगलवार) |
शबरी जयन्ती |
21 फ़रवरी 1968 (बुधवार) |
जानकी जयन्ती, कालाष्टमी |
23 फ़रवरी 1968 (शुक्रवार) |
महर्षि दयानन्द सरस्वती जयन्ती |
24 फ़रवरी 1968 (शनिवार) |
विजया एकादशी |
25 फ़रवरी 1968 (रविवार) |
प्रदोष व्रत |
26 फ़रवरी 1968 (सोमवार) |
महा शिवरात्रि |
27 फ़रवरी 1968 (मंगलवार) |
दर्श अमावस्या |
28 फ़रवरी 1968 (बुधवार) |
फाल्गुन अमावस्या |
29 फ़रवरी 1968 (गुरूवार) |
चन्द्र दर्शन |
Festivals in March 1968
Festivals in April 1968
Festivals in May 1968
Festivals in June 1968
2 जून 1968 (रविवार) |
स्कन्द षष्ठी |
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4 जून 1968 (मंगलवार) |
मासिक दुर्गाष्टमी, धूमावती जयन्ती |
5 जून 1968 (बुधवार) |
महेश नवमी |
6 जून 1968 (गुरूवार) |
गंगा दशहरा |
7 जून 1968 (शुक्रवार) |
गायत्री जयन्ती, निर्जला एकादशी, रामलक्ष्मण द्वादशी |
8 जून 1968 (शनिवार) |
प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी |
9 जून 1968 (रविवार) |
वैकासी विसाकम, मिलाद उन-नबी, ईद-ए-मिलाद |
10 जून 1968 (सोमवार) |
ज्येष्ठ पूर्णिमा, वट पूर्णिमा व्रत, पूर्णिमा उपवास, कबीरदास जयन्ती |
11 जून 1968 (मंगलवार) |
आषाढ़ प्रारम्भ *उत्तर |
13 जून 1968 (गुरूवार) |
संकष्टी चतुर्थी |
14 जून 1968 (शुक्रवार) |
मिथुन संक्रान्ति |
17 जून 1968 (सोमवार) |
कालाष्टमी |
21 जून 1968 (शुक्रवार) |
योगिनी एकादशी, साल का सबसे बड़ा दिन |
23 जून 1968 (रविवार) |
प्रदोष व्रत |
24 जून 1968 (सोमवार) |
मासिक शिवरात्रि, रोहिणी व्रत |
25 जून 1968 (मंगलवार) |
आषाढ़ अमावस्या, दर्श अमावस्या |
26 जून 1968 (बुधवार) |
गुप्त नवरात्रि प्रारम्भ |
27 जून 1968 (गुरूवार) |
चन्द्र दर्शन, जगन्नाथ रथयात्रा |
29 जून 1968 (शनिवार) |
विनायक चतुर्थी |
Festivals in July 1968
Festivals in August 1968
Festivals in September 1968
Festivals in October 1968
Festivals in November 1968
Festivals in December 1968
हिंदू कैलेंडर (हिंदू पांचाग)
भारत में प्राचीन समय से हिंदू कैलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है। हिंदू कैलेंडर में नये साल की शुरुआत चैत्र मास से होती है। हिंदू कैलेंडर में भी अंग्रेजी कैलेंडर की तरह बारह महीने आते हैँ। प्रमुख रूप से दो प्रकार के कैलेंडर होते हैं, पहला विक्रम संवत् और दूसरा है शक संवत्। आम जनमानस में विक्रम संवत् की पैठ बनी हुई है। वहीं आजादी के बाद सरकार ने सरकारी कैलेंडर के रूप में शक संवत् को मान्यता दे रखी है। सरकारी कार्यों में व्यवहार में ईस्वी कैलेंडर का ही उपयोग किया जाता है जिसमें जनवरी, फरवरी से दिसंबर तक के महीने होते हैं।
हिंदू फेस्टिवल कैलेंडर
जैसा कि हम सब जानते हैं हमारे हिंदू त्योहार किसी तय तिथि पर नहीं होते हैं। हिंदू त्योहार की तिथियां पूर्णिमा के दिन पर आधारित होती है और कभी कभी ये पूर्णिमा के बाद भी मनाये जाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख त्योहार की तिथि चंद्रमा की स्थिति के आधार पर बदलती है जैसे होली, दिवाली, गुरु पूर्णिमा, महा शिवरात्रि और गणेश चतुर्थी आदि है।
अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतर त्योहार एक ही दिन मनाए जाते हैं, हालांकि कुछ कुछ क्षेत्रों में उत्सव का दिन भिन्न हो सकता है। क्या आप अनुमान लगा सकते हैं क्यों? विभिन्न कैलेंडर की विविधताएं इसका कारण हैं।
Frequently Asked Questions
पश्चिमी कैलेंडर के अनुसार ही हिंदू कैलेंडर में भी सात दिन होते हैं-
सोमवार- मन्डे
मंगलवार- ट्यूसडे
बुधवार- वेडनेसडे
गुरुवार- थ्रसडे
शुक्रवार- फ्राईडे
शनिवार- सैटरडे
रविवार- संडे
जिस प्रकार हिंदू कैलेंडर में क्रिश्चियन कैलेंडर की भांति सात दिन होते हैं ठीक उसी प्रकार हिंदू कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं। किंतु हिंदू कैलेंडर में वर्णित बारह महीने पश्चिमी कैलेंडर के समान अंतराल में नहीं होते हैं, बल्कि वे लगातार दो महीनों के बीच में होते हैं।
चैत्र= मार्च- अप्रैल
बैसाख= अप्रैल- मई
ज्येष्ठ= मई- जून
आषाढ़= जून- जुलाई
सावन= जुलाई- अगस्त
भद्रा= अगस्त- सितंबर
अश्विन= सितंबर- अक्टूबर
कार्तिक= अक्टूबर- नवंबर
अगहन= नवंबर- दिसंबर
पौष= दिसंबर- जनवरी
माघ= जनवरी- फरवरी
फाल्गुन= फरवरी- मार्च
भारतीय अवकाश कैलेंडर दूसरे देशों के अवकाश कैलेंडर से भिन्न होता है। उनकी तारीख और त्योहार अलग होते हैं। वह पृथ्वी के सूर्य और चंद्रमा के चक्कर पर निर्भर करता है। जो उसे दूसरों से भिन्न बनाता है। अलग अलग तिथि होने के बावजूद कुछ त्योहार हर साल एक समान होते हैं।