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Gandamool Dates Timings

2019 भद्रा दोष

  • Date

  • Place

  • Location

भद्रा 2019

आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र जनवरी 2019
3 जनवरी
2019
गुरूवार 11:04 AM5 जनवरी
2019
शनिवार 03:08 PM
13 जनवरी
2019
रविवार 11:07 AM15 जनवरी
2019
मंगलवार 01:57 PM
22 जनवरी
2019
मंगलवार 02:28 AM23 जनवरी
2019
बुधवार 08:47 PM
30 जनवरी
2019
बुधवार 04:41 PM1 फ़रवरी
2019
शुक्रवार 09:08 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र फ़रवरी 2019
30 जनवरी
2019
बुधवार 04:41 PM1 फ़रवरी
2019
शुक्रवार 09:08 PM
9 फ़रवरी
2019
शनिवार 05:31 PM11 फ़रवरी
2019
सोमवार 09:13 PM
18 फ़रवरी
2019
सोमवार 02:02 PM20 फ़रवरी
2019
बुधवार 08:00 AM
26 फ़रवरी
2019
मंगलवार 11:04 PM1 मार्च
2019
शुक्रवार 03:07 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र मार्च 2019
26 फ़रवरी
2019
मंगलवार 11:04 PM1 मार्च
2019
शुक्रवार 03:07 AM
8 मार्च
2019
शुक्रवार 11:17 PM11 मार्च
2019
सोमवार 02:58 AM
18 मार्च
2019
सोमवार 12:12 AM19 मार्च
2019
मंगलवार 07:05 PM
26 मार्च
2019
मंगलवार 07:16 AM28 मार्च
2019
गुरूवार 10:11 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र अप्रैल 2019
5 अप्रैल
2019
शुक्रवार 05:37 AM7 अप्रैल
2019
रविवार 08:45 AM
14 अप्रैल
2019
रविवार 07:41 AM16 अप्रैल
2019
मंगलवार 04:02 AM
22 अप्रैल
2019
सोमवार 04:46 PM24 अप्रैल
2019
बुधवार 06:36 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र मई 2019
2 मई
2019
गुरूवार 01:03 PM4 मई
2019
शनिवार 03:48 PM
11 मई
2019
शनिवार 01:14 PM13 मई
2019
सोमवार 10:28 AM
20 मई
2019
सोमवार 02:08 AM22 मई
2019
बुधवार 03:32 AM
29 मई
2019
बुधवार 09:19 PM1 जून
2019
शनिवार 12:13 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र जून 2019
7 जून
2019
शुक्रवार 06:57 PM9 जून
2019
रविवार 03:50 PM
16 जून
2019
रविवार 10:08 AM18 जून
2019
मंगलवार 11:51 AM
26 जून
2019
बुधवार 05:38 AM28 जून
2019
शुक्रवार 09:12 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र जुलाई 2019
5 जुलाई
2019
शुक्रवार 02:31 AM6 जुलाई
2019
शनिवार 10:11 PM
13 जुलाई
2019
शनिवार 04:28 PM15 जुलाई
2019
सोमवार 06:53 PM
23 जुलाई
2019
मंगलवार 01:15 PM25 जुलाई
2019
गुरूवार 05:40 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र अगस्त 2019
1 अगस्त
2019
गुरूवार 12:12 PM3 अगस्त
2019
शनिवार 06:45 AM
9 अगस्त
2019
शुक्रवार 09:59 PM12 अगस्त
2019
सोमवार 12:46 AM
19 अगस्त
2019
सोमवार 07:49 PM22 अगस्त
2019
गुरूवार 12:48 AM
28 अगस्त
2019
बुधवार 10:56 PM30 अगस्त
2019
शुक्रवार 05:12 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र सितंबर 2019
6 सितंबर
2019
शुक्रवार 04:10 AM8 सितंबर
2019
रविवार 06:30 AM
16 सितंबर
2019
सोमवार 01:45 AM18 सितंबर
2019
बुधवार 06:45 AM
25 सितंबर
2019
बुधवार 08:54 AM27 सितंबर
2019
शुक्रवार 04:02 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र अक्टूबर 2019
3 अक्टूबर
2019
गुरूवार 12:11 PM5 अक्टूबर
2019
शनिवार 01:20 PM
13 अक्टूबर
2019
रविवार 07:54 AM15 अक्टूबर
2019
मंगलवार 12:31 PM
22 अक्टूबर
2019
मंगलवार 04:40 PM24 अक्टूबर
2019
गुरूवार 01:19 PM
30 अक्टूबर
2019
बुधवार 10:00 PM1 नवंबर
2019
शुक्रवार 09:53 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र नवंबर 2019
30 अक्टूबर
2019
बुधवार 10:00 PM1 नवंबर
2019
शुक्रवार 09:53 PM
9 नवंबर
2019
शनिवार 02:57 PM11 नवंबर
2019
सोमवार 07:18 PM
18 नवंबर
2019
सोमवार 10:22 PM20 नवंबर
2019
बुधवार 08:05 PM
27 नवंबर
2019
बुधवार 08:13 AM29 नवंबर
2019
शुक्रवार 07:35 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र दिसंबर 2019
6 दिसंबर
2019
शुक्रवार 10:58 PM9 दिसंबर
2019
सोमवार 03:31 AM
16 दिसंबर
2019
सोमवार 04:02 AM18 दिसंबर
2019
बुधवार 01:27 AM
24 दिसंबर
2019
मंगलवार 05:00 PM26 दिसंबर
2019
गुरूवार 04:51 PM

गंडमूल

हिंदू नक्षत्र में कुल 27 नक्षत्रों का उल्लेख मिलता है, जिसमें कुछ नक्षत्र शुभ है और कुछ अशुभ माने गये हैं। इन अशुभ नक्षत्रों को गंडमूल कहा जाता है।ज्योतिष के अनुसार, इस श्रेणी में आने वाले नक्षत्र हैं अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल और रेवती। इन नक्षत्रों का आप पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। गंडमूल नक्षत्र में पैदा हुए बच्चों के जीवन में विभिन्न बाधाओं और समस्याएं आती हैं और इन समस्याओं के निवारण के लिए पूजा की आवश्यकता होती है ।

27 नक्षत्रों में केतु व बुध के अधिकार में आने वाले नक्षत्र गंडमूल कहलाते हैं। ये गंडमूल नक्षत्र अपने अंदर अशुभ व मारक प्रभाव रखते हैं ।

1- अश्विनी नक्षत्र- इस नक्षत्र का स्वामी केतु है और देवता अश्विनी कुमार हैं।

2- अश्लेषा नक्षत्र- बुध इस नक्षत्र के स्वामी हैं और सर्प देवता हैं।

3- मघा नक्षत्र- यह केतु का नक्षत्र हैं और पितृ देवता है।

4- ज्येष्ठा नक्षत्र- इस नक्षत्र के स्वामी बुध है और इंद्र देवता हैं।

5- मूल नक्षत्र- मूल नक्षत्र के स्वामी केतु है और राक्षस इसके देवता है।

6- रेवती नक्षत्र- इसके स्वामी बुध हैं और पूषा इसके देवता है।

क्यों होता है गंडमूल नक्षत्र

हिंदू ज्योतिष के अनुसार नक्षत्र, राशि और लग्न के संधि काल को अशुभ माना जाता है और गंडमूल नक्षत्र संधि नक्षत्र होत हैं इसलिए आप पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। गंडमूल नक्षत्रों के देवता भी बुरे प्रभाव प्रदान करते हैं। ये नक्षत्र मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन राशि के आरंभ व अंत में आते हैं। इन राशियों का प्रभाव आपके शरीर, मन, बुद्धि, आयु, भाग्य आदि पर पड़ता है और गंडमूल का प्रभाव भी इन्हीं के ऊपर देखने को मिलता है ।

गंडमूल दोष का प्रभाव

यदि कोई आप गंडमूल नक्षत्र में पैदा होते हैं तो आपको और आपके परिजनों को निम्न कष्टों का सामना करना पड़ सकता है-

1- आपको स्वास्थ्य संबंधी कष्टों का सामना करना पड़ता है ।

1- आपके माता पिता व भाई बहनों के जीवन पर बाधाएं आती हैं ।

1- आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।

1- आपको जीवनयापन में संघर्ष का सामना करना पड़ता है ।

1- परिवार में दरिद्रता आती है ।

1- दुर्घटना का भय बना रहता है ।

आपको बता दें कि मघा नक्षत्र के पहले दो चरण में ही माता और पिता को कष्ट होता है, बाकी के दो चरणों में बच्चे को अच्छा खासा धन व उच्च शिक्षा प्राप्त होती है ।

उपचार-

गंडमूल अश्विनी, मूल या मग में पैदा हुए है तो नियमित रूप से भगवान गणेश की पूजा करें, बुधवार या गुरुवार को भूरे रंग के कपड़े दान करें।बच्चे के जन्म के 27वें दिन बाद शांति पूजा किया जाना चाहिए और जब तक शांति पूजा ना हो जाए तब तक पिता को बच्चे का चेहरा नहीं देखना चाहिए ।

गंडमूल अश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती में पैदा हुए बच्चे के लिए बुधवार को हरी सब्जियां, धनिया, पन्ना, भूरे रंग के बर्तन और आंवला का दान करें। शिशु पूजा बच्चे के जन्म के 37वें दिन बाद किया जाना चाहिए, लेकिन 10वीं या 19वें दिन भी किया जा सकता है। यदि ऐसा करना संभव नहीं है तो चंद्रमा जन्म नक्षत्र स्थिति में लौटने पर शांति पूजा करें ।