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Gandamool Dates Timings

2024 भद्रा दोष

  • Date

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भद्रा 2024

आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र जनवरी 2024
30 दिसंबर
2024
शनिवार 03:10 AM1 जनवरी
2024
सोमवार 08:36 AM
8 जनवरी
2024
सोमवार 10:03 PM10 जनवरी
2024
बुधवार 07:40 PM
17 जनवरी
2024
बुधवार 04:38 AM19 जनवरी
2024
शुक्रवार 02:58 AM
26 जनवरी
2024
शुक्रवार 10:28 AM28 जनवरी
2024
रविवार 03:53 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र फ़रवरी 2024
5 फ़रवरी
2024
सोमवार 07:54 AM7 फ़रवरी
2024
बुधवार 06:27 AM
13 फ़रवरी
2024
मंगलवार 12:35 PM15 फ़रवरी
2024
गुरूवार 09:26 AM
22 फ़रवरी
2024
गुरूवार 04:43 PM24 फ़रवरी
2024
शनिवार 10:20 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र मार्च 2024
3 मार्च
2024
रविवार 03:55 PM5 मार्च
2024
मंगलवार 04:00 PM
11 मार्च
2024
सोमवार 11:02 PM13 मार्च
2024
बुधवार 06:24 PM
20 मार्च
2024
बुधवार 10:38 PM23 मार्च
2024
शनिवार 04:28 AM
30 मार्च
2024
शनिवार 10:03 PM1 अप्रैल
2024
सोमवार 11:12 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र अप्रैल 2024
30 मार्च
2024
शनिवार 10:03 PM1 अप्रैल
2024
सोमवार 11:12 PM
8 अप्रैल
2024
सोमवार 10:12 AM10 अप्रैल
2024
बुधवार 05:06 AM
17 अप्रैल
2024
बुधवार 05:16 AM19 अप्रैल
2024
शुक्रवार 10:57 AM
27 अप्रैल
2024
शनिवार 03:40 AM29 अप्रैल
2024
सोमवार 04:49 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र मई 2024
5 मई
2024
रविवार 07:57 PM7 मई
2024
मंगलवार 03:32 PM
14 मई
2024
मंगलवार 01:05 PM16 मई
2024
गुरूवार 06:14 PM
24 मई
2024
शुक्रवार 10:10 AM26 मई
2024
रविवार 10:36 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र जून 2024
2 जून
2024
रविवार 03:16 AM4 जून
2024
मंगलवार 12:05 AM
10 जून
2024
सोमवार 09:40 PM13 जून
2024
गुरूवार 02:12 AM
20 जून
2024
गुरूवार 06:10 PM22 जून
2024
शनिवार 05:54 PM
29 जून
2024
शनिवार 08:49 AM1 जुलाई
2024
सोमवार 06:26 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र जुलाई 2024
29 जून
2024
शनिवार 08:49 AM1 जुलाई
2024
सोमवार 06:26 AM
8 जुलाई
2024
सोमवार 06:03 AM10 जुलाई
2024
बुधवार 10:15 AM
18 जुलाई
2024
गुरूवार 03:13 AM20 जुलाई
2024
शनिवार 02:55 AM
26 जुलाई
2024
शुक्रवार 02:30 PM28 जुलाई
2024
रविवार 11:47 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र अगस्त 2024
4 अगस्त
2024
रविवार 01:26 PM6 अगस्त
2024
मंगलवार 05:44 PM
14 अगस्त
2024
बुधवार 12:13 PM16 अगस्त
2024
शुक्रवार 12:44 PM
22 अगस्त
2024
गुरूवार 10:05 PM24 अगस्त
2024
शनिवार 06:06 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र सितंबर 2024
31 अगस्त
2024
शनिवार 07:39 PM3 सितंबर
2024
मंगलवार 12:20 AM
10 सितंबर
2024
मंगलवार 08:04 PM12 सितंबर
2024
गुरूवार 09:53 PM
19 सितंबर
2024
गुरूवार 08:04 AM21 सितंबर
2024
शनिवार 02:43 AM
28 सितंबर
2024
शनिवार 01:20 AM30 सितंबर
2024
सोमवार 06:19 AM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र अक्टूबर 2024
8 अक्टूबर
2024
मंगलवार 02:25 AM10 अक्टूबर
2024
गुरूवार 05:15 AM
16 अक्टूबर
2024
बुधवार 07:18 PM18 अक्टूबर
2024
शुक्रवार 01:26 PM
25 अक्टूबर
2024
शुक्रवार 07:40 AM27 अक्टूबर
2024
रविवार 12:24 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र नवंबर 2024
4 नवंबर
2024
सोमवार 08:04 AM6 नवंबर
2024
बुधवार 11:00 AM
13 नवंबर
2024
बुधवार 05:40 AM15 नवंबर
2024
शुक्रवार 12:33 AM
21 नवंबर
2024
गुरूवार 03:35 PM23 नवंबर
2024
शनिवार 07:27 PM
आरम्भ समाप्त
दिनांक दिन समय दिनांक दिन समय
गण्ड मूल नक्षत्र दिसंबर 2024
1 दिसंबर
2024
रविवार 02:24 PM3 दिसंबर
2024
मंगलवार 04:42 PM
10 दिसंबर
2024
मंगलवार 01:30 PM12 दिसंबर
2024
गुरूवार 09:52 AM
19 दिसंबर
2024
गुरूवार 12:58 AM21 दिसंबर
2024
शनिवार 03:47 AM
28 दिसंबर
2024
शनिवार 10:13 PM30 दिसंबर
2024
सोमवार 11:57 PM

गंडमूल

हिंदू नक्षत्र में कुल 27 नक्षत्रों का उल्लेख मिलता है, जिसमें कुछ नक्षत्र शुभ है और कुछ अशुभ माने गये हैं। इन अशुभ नक्षत्रों को गंडमूल कहा जाता है।ज्योतिष के अनुसार, इस श्रेणी में आने वाले नक्षत्र हैं अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल और रेवती। इन नक्षत्रों का आप पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। गंडमूल नक्षत्र में पैदा हुए बच्चों के जीवन में विभिन्न बाधाओं और समस्याएं आती हैं और इन समस्याओं के निवारण के लिए पूजा की आवश्यकता होती है ।

27 नक्षत्रों में केतु व बुध के अधिकार में आने वाले नक्षत्र गंडमूल कहलाते हैं। ये गंडमूल नक्षत्र अपने अंदर अशुभ व मारक प्रभाव रखते हैं ।

1- अश्विनी नक्षत्र- इस नक्षत्र का स्वामी केतु है और देवता अश्विनी कुमार हैं।

2- अश्लेषा नक्षत्र- बुध इस नक्षत्र के स्वामी हैं और सर्प देवता हैं।

3- मघा नक्षत्र- यह केतु का नक्षत्र हैं और पितृ देवता है।

4- ज्येष्ठा नक्षत्र- इस नक्षत्र के स्वामी बुध है और इंद्र देवता हैं।

5- मूल नक्षत्र- मूल नक्षत्र के स्वामी केतु है और राक्षस इसके देवता है।

6- रेवती नक्षत्र- इसके स्वामी बुध हैं और पूषा इसके देवता है।

क्यों होता है गंडमूल नक्षत्र

हिंदू ज्योतिष के अनुसार नक्षत्र, राशि और लग्न के संधि काल को अशुभ माना जाता है और गंडमूल नक्षत्र संधि नक्षत्र होत हैं इसलिए आप पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। गंडमूल नक्षत्रों के देवता भी बुरे प्रभाव प्रदान करते हैं। ये नक्षत्र मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन राशि के आरंभ व अंत में आते हैं। इन राशियों का प्रभाव आपके शरीर, मन, बुद्धि, आयु, भाग्य आदि पर पड़ता है और गंडमूल का प्रभाव भी इन्हीं के ऊपर देखने को मिलता है ।

गंडमूल दोष का प्रभाव

यदि कोई आप गंडमूल नक्षत्र में पैदा होते हैं तो आपको और आपके परिजनों को निम्न कष्टों का सामना करना पड़ सकता है-

1- आपको स्वास्थ्य संबंधी कष्टों का सामना करना पड़ता है ।

1- आपके माता पिता व भाई बहनों के जीवन पर बाधाएं आती हैं ।

1- आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।

1- आपको जीवनयापन में संघर्ष का सामना करना पड़ता है ।

1- परिवार में दरिद्रता आती है ।

1- दुर्घटना का भय बना रहता है ।

आपको बता दें कि मघा नक्षत्र के पहले दो चरण में ही माता और पिता को कष्ट होता है, बाकी के दो चरणों में बच्चे को अच्छा खासा धन व उच्च शिक्षा प्राप्त होती है ।

उपचार-

गंडमूल अश्विनी, मूल या मग में पैदा हुए है तो नियमित रूप से भगवान गणेश की पूजा करें, बुधवार या गुरुवार को भूरे रंग के कपड़े दान करें।बच्चे के जन्म के 27वें दिन बाद शांति पूजा किया जाना चाहिए और जब तक शांति पूजा ना हो जाए तब तक पिता को बच्चे का चेहरा नहीं देखना चाहिए ।

गंडमूल अश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती में पैदा हुए बच्चे के लिए बुधवार को हरी सब्जियां, धनिया, पन्ना, भूरे रंग के बर्तन और आंवला का दान करें। शिशु पूजा बच्चे के जन्म के 37वें दिन बाद किया जाना चाहिए, लेकिन 10वीं या 19वें दिन भी किया जा सकता है। यदि ऐसा करना संभव नहीं है तो चंद्रमा जन्म नक्षत्र स्थिति में लौटने पर शांति पूजा करें ।