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हनुमान जी को क्यों लगाया जाता है प्रभु श्रीराम के नाम का सिंदूर, क्या है इसकी पौराणिक कहानी

Nov 05, 2022
  • Birthastro

हनुमान जी को क्यों लगाया जाता है प्रभु श्रीराम के नाम का सिंदूर, क्या है इसकी पौराणिक कहानी


हनुमान जी संकटमोचन कहे जाते हैं और मान्यता है कि अगर विधि विधान और सच्चे मन से हनुमान जी का पूजन किया जाए तो वह अपने भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं। मंगलवार का दिन विशेष तौर पर हनुमान जी को समर्पित है। ऐसे में इस दिन हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाया जाए तो वह अति प्रसन्न होते हैं। आपने हनुमान मंदिर में देखा ही होगा कि संकटमोचन की मूर्ति सिंदूर से रंगी होती है और उनकी पूजा के वक्त सिंदूर से उनका श्रृंगार किया जाता है। जबकि आमतौर पर अन्य देवी देवताओं पर रोली व सिंदूर चढ़ाया जाता है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिर क्यों हनुमान जी के पूरे शरीर पर सिंदूर लगाया जाता है? चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे का कारण-


सिंदूर लगाना माना जाता है शुभ

मान्यता है कि हनुमान को सिंदूर लगाने से उनके साथ साथ श्री राम और माता सीता की कृपा भी आप पर बनी रहती है। हनुमान जी को सिंदूर घी में मिलाकर लगाना चाहिए। हनुमान जी की पूरी प्रतिमा पर सिंदूर लगाना बहुत शुभ होता है। इससे संकटमोचन प्रसन्न होते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अगर अगर कोई भक्त किसी संकट से जूझ रहा है तो हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाने से उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं। इससे हनुमान जी प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।


इसलिए लगाते हैं हनुमान जी को सिंदूर


पौराणिक कथा के अनुसार जब त्रेता युग में माता सीता अपनी मांग में सिंदूर लगाया करती थीं। तब एक बार माता सीता मांग में सिंदूर लगा रही थी, उसी वक्त हनुमान जी वहां पहुंच गए और उनको सिंदूर लगाते वक्त जिज्ञासापूर्वक पूछा कि माता आप अपनी मांग में सिंदूर क्यों लगाती हैं? इस प्रश्न के उत्तर में माता सीता ने कहा कि वे अपने स्वामी, अपने पति श्रीराम की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं। हिंदू धर्म शास्त्रों में प्राचीन काल से सुहागिने अपनी मांग में सिंदूर लगाती आ रही है और इससे पति की आयु लंबी होती है।


तब हनुमानजी ने सोचा कि एक चुटकी भर सिंदूर से प्रभु राम की आयु में वृद्धि होती है तो क्यों ना मैं पूरा ही इस सिंदूर में रंग जाऊं, जिससे मेरे प्रभु राम अजर-अमर हो जाएंगे। ऐसा सोचकर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया और सभा में गए। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने हनुमान जी का ऐसा हाल देखा और सब हंसने लगे। श्री राम जी हनुमान जी के इस अनोखे रूप को देखकर बहुत प्रसन्न हुए। कहते हैं भगवान श्री राम के प्रति अपना प्रेम और भक्ति को दर्शाने के लिए हनुमान जी को सिंदूर अति प्रिय है। इसलिए हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर लगाना शुभ माना जाता है।

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